जेईई मेन पेपर एनालिसिस / नए पैटर्न में प्रश्न कम रहे, लेकिन कैलकुलेटिव पार्ट से पेपर लेंदी रहा, एनटीए ने पहली बार लिया फीडबैक

एजुकेशन डेस्क. जेईई मेन की बीई-बीटेक की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हुई। एनटीए की ओर से जारी गाइड लाइन के अनुसार प्रत्येक सेंटर पर जैमर और सीसीटीवी लगाए गए। दोनों पारियों में परीक्षा का समय पूरा होते ही एग्जाम रूम में स्टूडेंट्स को उनके प्रश्नों की समरी भी बता दी गई। परीक्षा तीन भाषाओं हिन्दी, अंग्रेजी एवं गुजराती में हुई। यह भी स्पष्ट किया गया है कि किसी भी तरह का असमंजस होने की स्थिति में अंग्रेजी भाषा में दिया गया प्रश्न मान्य होगा। जेईई मेन की शुरुआत 6 जनवरी को पेपर-2 से हुई थी। 7-9 जनवरी तक पेपर 1 (B.E./B.Tech) आयोजित किया जाएगा।  जेईई मेन का परिणाम 31 जनवरी को जारी किया जाएगा।
एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया, परीक्षा से संबंधित सुविधाओं को लेकर स्टूडेंट्स से फीडबैक लिया गया। यह फीडबैक परीक्षा समाप्त होने के बाद कंप्यूटर स्क्रीन पर ही ऑनलाइन लिया गया। इसमें परीक्षा में दी गई सुविधाएं, सेंटर पर पहुंचने में आई समस्याएं व इनविजिलेटर के व्यवहार से जुड़े सवाल भी पूछे गए। पेपर कैसा रहा इस पर भास्कर ने एक्सपर्ट से डीकोड कराया, एकसपर्ट से जानिए पेपर की एनालिसिस...



पेपर एनालिसिस :शाम की पारी का पेपर सुबह की अपेक्षा आसान रहा



  • एलन कोचिंग के डायरेक्टर बृजेश माहेश्वरी के मुताबिक, मंगलवार का पेपर मध्यम स्तरीय रहा। अभी तक हर साल पेपर में प्रति विषय 30-30 प्रश्न पूछे जाते थे। इस साल पैटर्न में बदलाव किया गया और प्रति विषय 25-25 प्रश्न निर्धारित किए गए हैं। इनमें 20 प्रश्न सिंगल करेक्ट आंसर एवं 5 प्रश्न इंटीजर न्यूमेरिकल बेस्ड हैं। इस वजह से पेपर में प्रश्नों की संख्या कम जरूर थी, लेकिन न्यूमेरिकल वैल्यू बेस्ड प्रश्नों की वजह से पेपर लेंदी था। स्टूडेंट्स को पेपर हल करने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। क्योंकि तीनों पेपर में पूछे गए प्रश्न एलन बुकलेट मॉडयूल्स में शामिल थे। 

  • मैथेमेटिक्स और फिजिक्स का पेपर कठिन रहा, केमिस्ट्री कुछ आसान थी। कुल 300 अंकों का पेपर था। शाम की पारी का पेपर सुबह की अपेक्षा आसान रहा। केमिस्ट्री स्टूडेंट्स से मिले फीडबैक के अनुसार 12वीं के सिलेबस से सबसे ज्यादा करीब 14 से 15 प्रश्न पूछे थे। ऑर्गेनिक केमिस्ट्री को ज्यादा कवर किया। जबकि फिजिकल केमिस्ट्री के प्रश्नों की संख्या ऑर्गेनिक एवं इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री की अपेक्षा कम थी। 

  • दोनों पारियों में जेईई मेन के टॉपिक एनवायरमेंटल केमिस्ट्री एवं एफ ब्लॉक के प्रश्न नहीं थे। जबकि केमिस्ट्री रोजमर्रा की लाइफ से प्रश्न पूछे गए थे। केमिस्ट्री का पेपर ओवरऑल ईजी रहा। फिजिक्स में सेमीकंडक्टर टॉपिक का एक प्रश्न अधूरा या फिर आउट ऑफ सिलेबस था। इस प्रश्न को लेकर असमंजस रहा। मैथ का पेपर भी फिजिक्स की तरह कठिन रहा।


ज्यादातर प्रश्न एनसीईआरटी से पूछे गए



  • मोशन एजुकेशन के डायरेक्टर नितिन विजय के मुताबिक, मंगलवार के पेपर में ज्यादातर प्रश्न एनसीईआरटी से पूछे गए। पेपर के प्रत्येक सेक्शन में न्यूमेरिकल वैल्यू प्रश्न भी शामिल थे। केमिस्ट्री में अधिकांश प्रश्न पाठ्यपुस्तकों पर आधारित थे। सैद्धांतिक अवधारणाओं पर आधारित प्रश्न डाल्टन के परमाणु सिद्धांत, क्रिस्टल फील्ड सिद्धांत आदि थे। 

  • पेपर को लेकर स्टूडेंट्स का कहना है कि पेपर न ज्यादा कठिन था और न ही ज्यादा आसान। तीनों सेक्शन की कठिनाई का स्तर एक जैसा था। कुछ छात्रों को फिजिक्स थोड़ी कठिन तो कुछ को मैथेमेटिक्स और कुछ ने बताया कि अधिकतर सवाल सिलेबस से ही पूछे गए थे और इनमें से अधिकतर थ्योरी आधारित थे।


मैथ्स का पेपर अधिक कैलकुलेटिव रहा



  • वाइब्रेंट अकेडमी के डायरेक्टर नील कमल सेठिया ने बताया, मंगलवार को हुए पेपर में मैथ्स का अधिक कैलकुलेटिव रहा है। पूर्णांक प्रकार वाले प्रश्न आसान रहे। 9 प्रश्न ऐसे चैप्टर से पूछे गए जो सिर्फ सिलेबस में थे। मैथ्स में त्रिकोणमिति से कोई भी प्रश्न नहीं पूछा गया। फिजिक्स में प्रकाशिकी से तीन प्रश्न पूछे गए।

  • पेपर में इलेक्ट्रोडायनिक्स व मैकेनिक्स का वैटेज बराबर रहा। वहीं केमिस्ट्री में ऑर्गेनिक के आठ, इन ऑर्गेनिक से 9 और फिजिकल से आठ प्रश्न पूछे गए। दैनिक जीवन में रसायन, आयनिक व थर्मोडायनिमिक, आवर्त सारणी से पूर्णांक प्रकार के प्रश्न पूछे गए। आवर्ती सारणी व कॉर्डिनेशन कंपाउंड से 2-2 प्रश्न पूछे गए।


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